मनिका पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर रंजीत कुमार रंजन को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने गुरुवार को 10 हजार रुपए घूस लेते गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी रंजीत कुमार ने मनिका के जरुआ गांव निवासी रवीना खातून से शौचालय निर्माण के नाम पर प्रति शौचालय 500 रुपए के हिसाब से 60 हजार रुपए की मांग की थी। इस क्रम में 10 हजार रुपए लेते हुए एसीबी ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में एसीबी की टीम आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
शिकायतकर्ता 33 वर्षीय रवीना बीबी ने एसीबी को लिखित शिकायत दी थी कि स्वास्थ्य मिशन के द्वारा चांदनी स्वंय सहायता समूह को शौचालय बनाने का आदेश मिला है। इस समूह की वो अध्यक्ष है। शौचालय बनाने के एवज में पीएचईडी के को-ऑर्डिनेटर रंजीत कुमार रंजन ने कुल 120 शौचालय के लिए 500 रुपए के हिसाब से 60 हजार रुपए की मांग कर रहे हैं। शिकायतकर्ता के मुताबिक, रंजीत कुमार रंजन ने कहा कि वे जबतक रिपोर्ट नहीं देंगे, तबतक शौचालय पास नहीं होगा। शिकायतकर्ता ने कहा कि जिनके शौचालय बनने हैं, वे गरीब हैं। शिकायतकर्ता घूस नहीं देना चाहती थी।
इसके बाद एसीबी ने शिकायतकर्ता के आवेदन का सत्यापन किया और इस दौरान आरोप को सही पाया गया। फिर टीम ने इस संबंध में मामला दर्ज कर छापेमारी टीम का गठन किया। जांच के दौरान छापेमारी टीम के सहयोग से मनिका के हसातू निवासी 24 वर्षीय रंजीत कुमार रंजन को शिकायतकर्ता से शौचालय के एवज में 10 हजार रुपए घूस देते गिरफ्तार कर लिया गया।